कविता: ‘सहर कै बिटिया, गाँव के पतोहू’ (कवि: रामनरेश त्रिपाठी,१९५६)
खड़ी बोली हिन्दी के द्विवेदी युगीन कवियन मा गिना जाय वाले सिरी रामनरेश त्रिपाठी यहि अवधी कविता ‘सहर कै बिटिया,
Read moreखड़ी बोली हिन्दी के द्विवेदी युगीन कवियन मा गिना जाय वाले सिरी रामनरेश त्रिपाठी यहि अवधी कविता ‘सहर कै बिटिया,
Read more